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अस्वीकृत
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अस्वीकृत


“प्रिय, मुझे लगता है, खून मरने से पहले निकालना चाहिए, नहीं तो दिल बंद हो जाता है और फिर पंप करने के लिए कुछ नहीं बचता।”

हम उनके पैरों के सहारे उनको उल्टा लटका देंगे और उनके गले में….. या दिल…. में या दोनों जगह नल लगा देंगे…..?

“ओह, अच्छा, तो जब भी किसी की प्यारी बूढ़ी माँ मरेगी, और हर कोई उसकी मौत पर रो रहा होगा, तुम वहाँ जल्दी से उसके ठंडा पड़ने से पहले पहुँचोगे और उनसे कहोगे कि क्या हम उसे उल्टा लटका कर बाल्टी में उसका खून निकाल लें, ताकि बाद में उसे तुम्हारे पिता पी सकें, एं?”

“तुम्हें क्या लगता है कि यह कितनी अच्छी तरह काम करेगा?”

“हम पहले कुछ लेने की पेशकश कर सकते हैं…”

“इस तरह की मूर्खता भरी बातों का सुझाव भी मत देना!”

“बच्चों के बारे में क्या खयाल है….शायद नहीं, एह?” डेन ने कहा और खामोश हो गया, अब तक उसके सारे सुझाव अस्वीकार कर दिये गए थे।

“तो, सारांश यह है कि अभी पहले हमें परिवार के सदस्यों से खून एकत्रित करना पड़ेगा, और दूसरे, जानवरों के खून का एक मिश्रण बनाना पड़ेगा, और हमें इनमें से किसी के भी काम करने का विश्वास नहीं है।”

“और कुछ?”

“शायद हम….नहीं, शायद नहीं।” डेन ने कहा।

“चलो बोलो भी, चाहे मूर्खता भरी बात ही क्यों न हो,” उसकी माँ ने कहा, “हम बेचैन हैं और हर विकल्प पर विचार करना चाहते हैं।”

“तो… मैं एक मुस्लिम बन जाता हूँ…. फिर मैं चार बीवियाँ लाऊँगा और हमें चार रक्तदाता और मिल जाएंगे….और अगर उन में से प्रत्येक के, मान लो, चार बच्चे हुए, तो 16 दाता और हो जाएंगे और…..”

“हाँ, ठीक है, डेन, इसके लिए धन्यवाद! काश कि मैं ने तुमसे पूछा ही न होता….. अगला सुझाव तुम दोगे कि तुम्हारी बहन वेश्यावृत्ति आरंभ कर दे और एक बार सोने का मूल्य 3 पाव खून ले!”

डिन इस विचार से ही गहरी लाल पड़ गई और उसे झटका लगा कि उसकी माँ ने ऐसा कहा कैसे, लेकिन डेन विचारमग्न हाँ में सिर हिलाता रहा, जब तक वान ने उसे एक लात नहीं मारी।

“जहां तक मैं देख पा रही हूँ, हमारी दो अन्य समस्याएँ भी हैं, जिनके बारे में हम ने अभी सोचा तक नहीं है,” डिन ने कहा, “बुआ डा ने वास्तव में यह कहा था, डैड को हमारी योजना पर स्वीकृति देनी होगी, क्योंकि उन्हें ही यह पदार्थ पीना है, और हमें कल के लिए भी कुछ चाहिए।”

“शायद कल के लिए हम बकरी के खून का मिल्कशेक प्रयोग करें, क्योंकि तुम्हारे पिता चिकन की सुगंध पर उसको तरजीह देते प्रतीत होते हैं, लेकिन हाँ, तुम ठीक कह रही हो, हमें जल्दी ही कोई अधिक स्थायी समाधान ढूँढना पड़ेगा। हम इसके बारे में बुआ से बाद में पूछ सकते हैं। जहां तक तुम्हारे डैड की बात है, वह वही खाएँगे, जो हम उन्हें देंगे और इसके लिए आभारी होंगे, जब तक वे इतने शक्तिशाली न हो जाएँ कि अपनी स्वयं की खूराक की आवश्यकताओं को चुन सकें, लेकिन मुझे यकीन है कि वे कृतज्ञ होंगे कि तुमने उन के बारे में सोचा।”

जब वे तीनों अपने निजी विचारों से कुछ मिनटों के लिए पीछे हटे, तो डा जाग गई।

“क्या तुमने कोई नए विचार सोचे, या मैं ही समाधान सुझाऊँ?”

“नहीं, बुआ,” वान ने स्वीकार किया, “डेन ने कुछ काल्पनिक सुझाव दिये थे, लेकिन वे कतई संभव नहीं हैं। दुर्भाग्य से, हमारे पास वही कुछ प्रस्ताव बचे हैं, जो तुम ने कुछ घंटों पहले रखे थे।”

“हाँ, मैं ने सोचा ही था कि तुम यही कहोगे, लेकिन ईमानदारी से कहूँ तो, यह कोई आसान समस्या नहीं है, जिसका समाधान ढूँढना है। मुझे भी अपनी समाधि में रिक्त ही दिखा, लेकिन अब शाम होने वाली है, पहले ही काफी देर हो चुकी है, और मैं थक चुकी हूँ, तो क्या तुम बच्चों में से कोई मुझे घर तक छोड़ देगा और हम सब इस पर सो जाएंगे।”

उन्होंने खाना खाने, जानवरों की जांच करने, बारी बारी से नहाने से पहले डेन के वापस आने की प्रतीक्षा की, सोने जाने से पहले दिन के अंतिम कुछ पल एक साथ गुज़ारे, क्योंकि वे सभी भावनात्मक रूप से काफी थक गए थे। हालांकि इस मामले का तथ्य यह था कि एक पिशाच के ऊपर होते हुए कोई भी अकेले ऊपर जाने का इच्छुक नहीं था, इसलिए उन्होंने एक साथ ऊपर जाने का निर्णय किया।

वान उसके साथ सोना भी नहीं चाहती थी, लेकिन वह अपने फर्ज़ से बंधा हुआ महसूस कर रही थी, इसलिए सबसे बड़ी होने के नाते वह हाथ में मोमबत्ती लिए हुए सबसे आगे चली, जबकि बच्चे शेख़ी बघारते हुए उसके पीछे छुप कर आए।

वे हेंग के बिस्तर के पास रुक गए और उसे घूरने लगे। हेंग बिस्तर पर बिलकुल सीधा बैठा था, उसकी सफ़ेद त्वचा और मूँगे के रंग की आँखें अंधेरे में चमक रही थीं।

“शुभ संध्या परिवार!” उसने धीमी, क़ब्र के अंदर से आती सी आवाज़ में कहा।

उनमें से तीनों अपने अपने बिस्तर पर चले गए, लेकिन वे हेंग से अपनी आँखें नहीं हटा पाए, जो ज़रा भी नहीं हिल रहा था, और एक-टक अपने सामने की ओर देख रहा था।

1 3 पिशाच हेंग

जब वे सुबह सो कर उठे तो हेंग घटनाओं से थक कर सो गया था, वह पूरी तरह कंबलों में लिपटा था, और उसके सिर पर एक तकिया था।

हर कोई उठा और उसके बिस्तर के पास से तेज़ी से गुजरते हुए जल्दी से जल्दी नीचे चला गया।

“वाह, माँ, क्या तुमने कल रात डैड को देखा था?” डेन ने पूछा। “उनकी आँखें और उनकी त्वचा का गोरापन कमरे में उजाला कर रहा था, लेकिन हालांकि यह उनकी ही आँखें थीं, है ना? वे हमारी ही तरह सफ़ेद पर काली हुआ करती थीं, लेकिन अब वे गुलाबी पर लाल हैं…. मुझे लगता है, यह संभवतः उस सारे खून की वजह से होगा।”

“मैं नहीं जानती, मेरे प्यारे, लेकिन मुझे लगता है कि तुम ठीक कह रहे हो। तुम्हें थोड़ा खून और लाना चाहिए, और थोड़ा और दूध लाने के लिए अपनी बहन को भी साथ ले जाओ। क्या तुम्हें याद है कि तुम्हारी बुआ ने खून कहाँ से पाया था?”

“हाँ, माँ, हालांकि मैं एक दूसरे नर बकरे से खून निकालूँगा, है ना, ताकि पहला वाला ठीक हो सके?”

“हाँ, अच्छा विचार है, डेन। रोज़ खून निकालने के लिए एक अलग नर बकरे का प्रयोग करो, और डिन अपना सामान्य दूध लाने का कार्यक्रम जारी रखेगी। हालांकि अभी के लिए सभी बकरियों का दूध केवल तुम्हारे पिता के लिए होगा, ठीक है? उन्हें इसकी हमसे कहीं अधिक आवश्यकता है और हम नहीं चाहेंगे कि उन्हें आधी रात को भूख लगे, है ना?”

“नहीं, माँ, बिलकुल नहीं! मुझे कल रात सोने में युग लग गए। मैं काफी डर गया था कि डैड उठ कर चलना शुरू कर देंगे, और खाने के लिए कोई चीज़ - या कोई आदमी ढूँढने लगेंगे।”

“इस तरह की चीजों से अभी मत डरो, डेन। मैं उनके तुमसे अधिक नजदीक हूँ, इसलिए वह मुझ पर पहले टूटेंगे, अगर किसी दिन तुम्हें उनके बिस्तर पर एक सिकुड़ा हुआ, खून से खाली हो चुका त्वचा का थैला दिखे, तो भाग जाना। ऐसे ही अगर एक सुबह तुम्हें हमारी मच्छरदानी से झाँकती चार आँखें नज़र आयें तो भी भाग जाना।”

“शर्त लगा लो माँ! मैं अभी जा कर वह खून लाता हूँ। डिन कहाँ है?”

“पता नहीं, हो सकता है उसने पहले ही काम शुरू कर दिया हो। तुम अपने काम से लगो, और मैं जा कर बुआ डा को मोटरबाइक से ले कर आती हूँ - मुझे लगता है कि हमें तुम्हारे पिता के लिए अब भी थोड़ी सहायता की आवश्यकता है। उन्हें देखने के लिए ऊपर उनके पास जाने से पहले तुम और तुम्हारी बहन मेरे लौटने का इंतज़ार करना, ठीक है?”

“हाँ, माँ, तुम्हें मुझे दोबारा बताने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन अगर वे यहाँ नीचे आ जाते हैं, तो हम क्या करेंगे?”

“मुझे नहीं लगता कि वे आएंगे…. जब मैं बिस्तर से बाहर आई तो वे बहुत गहरी नींद में सो रहे थे। लेकिन कुछ भी हो, हमें अधिक समय नहीं लगेगा। हालांकि अगर वह उठ जाए, तो उन्हें अपना शुभ प्रभात का चुंबन मत लेने देना।”

वान दस मिनट के बाद डा के साथ लौट आई, जो हेंग के घर से किसी अवश्यंभावी बुलावे की प्रतीक्षा में अपनी मेज़ पर बैठी थी। जब वे वापस लौटीं तब तक हेंग नीचे नहीं आया था, डिन ने दूध जमा कर लिया था और डेन लगभग तैयार था।

“ठीक है,” डा ने कहा, “अभी के लिए मैं आधा आधा बकरी का दूध और खून और तुलसी, आधा धनिया और एक चुटकी इसकी सलाह दूँगी। इसे अच्छी तरह हिलाओ और यह तैयार हो जाएगा। उसे आधा लीटर सुबह देना और इतना ही रात को सोते समय देना। अभी के लिए इतना पर्याप्त हो जाना चाहिए। ओह, और उसे कभी भी लहसुन मत देना, यह पिशाचों के लिए बहुत बुरा होता है! अब हमें ऊपर चल कर उसको देखना चाहिए।”

“हम ऊपर जाएँ, इससे पहले, बुआ डा, मुझे आपको यह बताने की ज़रूरत है कि वह पिछली पूरी रात बिस्तर पर ज्यादातर समय सीधा बैठा था, उसकी सफ़ेद त्वचा और लाल पुतलियों वाली गुलाबी आँखें अंधेरे में एक प्रकाश स्तम्भ की तरह जगमगा रही थीं। ओह, और जब उसने हमसे बात की! हे मेरे बुद्ध! मैं ने ऐसा कभी कुछ नहीं सुना। उसने कहा ‘शुभ संध्या, परिवार’ और वह भी कैसी अजीब, भारी सी आवाज़ थी….. यह वाकई डरावना था।”

“अब इसकी परवाह मत करो…. चलो उस पर एक नज़र डालें।”

वे मिल्कशेक के बर्तन के साथ ऊपर गए और कमरे में दाखिल हुए। सारी खिड़कियाँ बंद थीं, तो अंदर घोर अंधेरा था। वान ने फिर से बाहर कदम रखा और एक मोमबत्ती ले आई, लाइटर से इसे जलाया, जो पास ही एक डोरी से लटका हुआ था और डा का साथ देने के लिए वापस कमरे में गई, जो उस बिस्तर के नजदीक पहुँच रही थी, जहां हेंग सोया हुआ था।

मोमबत्ती की रौशनी में कोई नई चीज़ नहीं दिखाई दी, तो औरतों ने मच्छरदानी को बांध दिया और बिस्तर के एक ओर बैठ गईं। वान ने चादर खींच ली, वह लेटा हुआ था, चित्त, नग्न, बाहें क्रॉस बनाती हुई येशु की तरह फैली हुई थीं, आँखें खुली हुई थीं, एक भूतिया, अभिव्यक्ति विहीन मुखौटे पर गुलाबी बादामों के जोड़े में दो गहरे-लाल घेरे, उसके होंठ, उसके मुँह के आस पास दो छोटी लकीरें थीं।

वान ने सवालिया नज़रों से डा की ओर देखा, जो अपने मरीज का अध्ययन कर रही थीं। उसने अपने हाथ का पिछला हिस्सा उसके माथे पर रखा और उसे कमरे के तापमान पर पा कर उसे ताज्जुब नहीं हुआ।

“आज तुम कैसे हो, हेंग?” उसकी बीवी ने पूछा।

“भूखा….. नहीं, प्यासा,” उसने कहा, शब्द उसके मुंह से जैसे लुढ़कते हुए बाहर आए, जैसे पहाड़ों पर चट्टानें खिसकने से कोई गोल पत्थर लुढ़कता हुआ नीचे आता है।

“ठीक है, मेरे प्यारे, फिर उठ जाओ। हम तुम्हारे लिए थोड़ा और बढ़िया मिल्कशेक लाए हैं।”

महिलाओं ने सीधा बैठने में सहायता करने के लिए उसके तकिये ठीक किए, और फिर उसे कंबल उढ़ा दिया।

“इसे पी लो, मेरे प्यारे,” वान ने कहा, “यह वही सुगंध है जो तुम ने कल सबसे अधिक पसंद की थी।”